हाइकु - काव्य की जापानी विधा जिसमें पहली लाइन में पांच, दूसरी लाइन में सात, एवं तीसरी लाइन में पांच अक्षरों का प्रयोग होता है तथा इसमें मात्राओं एवं आधे अक्षरों का ध्यान नहीं किया जाता । उसी तर्ज़ पर मैंने अपनी विधा "छकुईं" का सृजन किया है । इसमें मात्राओं एवं आधे अक्षरों का ध्यान न रखते हुए प्रत्येक लाइन में छह अक्षरों का प्रयोग किया गया है।
इस विधा की मेरी पहली कृति प्रस्तुत है -
नया साल आया । रंग सारे लाया ।
नया साल आया ॥
सूरज नवीन । चंद्रमा हसीन ।
फिर उगा लाया । नया साल आया ॥
हमनशीन से । तारे ज़मीन पे ।
बिछा कर लाया । नया साल आया ॥
कहीं नहीं झुका । रोके नहीं रुका ।
बेधड़क आया । नया साल आया ॥
ओल्ड को धकेला । बोल्ड हो अकेला ।
गोल्ड बन आया। नया साल आया ॥
होकर निडर । सिल्वर कल्चर ।
सिखाने को आया । नया साल आया ॥
सभी सोल्यूशन । न्यू रिसोल्यूशन ।
बनवाने आया । नया साल आया ॥
विस्तार अपार । लेकर के प्यार ।
दिल में समाया । नया साल आया ॥
भुलाने को ग़म । मस्ती का आलम ।
उठा ही तो लाया । नया साल आया ॥
सभी मुस्कुराएं । व खिलखिलाएं ।
ये सन्देश लाया । नया साल आया ॥
ख़त्म होवें कष्ट । मिटें सारे भ्रष्ट ।
यूँ हरहराया । नया साल आया ॥
नया सा अंदाज़ । छकुईं का राज ।
बढ़वाने आया । नया साल आया ॥
नया साल आया ॥
रुको !!
8 years ago
Good experiment....hindi-angrezi bhai-bhai, WAH bhai WAH.
ReplyDeleteshukriya hausla afzaee ke liye.
ReplyDeletehindi-angrezi bahn-bahn, na ki bhai-bhai. ok.
kuchh to naya hona hi chahiye....
good experiment Keep it up
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